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सावधान! आम के बागों पर मंडरा रहा बड़ा खतरा, समय पर रोकथाम नहीं किया तो होगा ये खतरा

सावधान! आम के बागों पर मंडरा रहा बड़ा खतरा, समय पर रोकथाम नहीं किया तो होगा ये खतरा
सावधान! आम के बागों पर मंडरा रहा बड़ा खतरा, समय पर रोकथाम नहीं किया तो होगा ये खतरा

अप्रैल का महीना शुरू होने के साथ आम के पेड़ों पर छोटे-छोटे फल आने लगे हैं। बागवानों को इस बार आम के उत्पादन से बड़ी उम्मीदें हैं। बता दें कि मौसम अचानक बदलने से अब आम पर भी खतरा मंडरा रहा है। आम की बागों पर लाल धारीधार फल बेधक कीट का खतरा बढ़ गया है। अगर समय रहते इन कीटों को नियंत्रित नहीं किया गया तो ये पूरी की पूरी फसल खराब कर सकती हैं। उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में आम की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। ऐसे में इन राज्यों में बागवानों को खास सावधानी बरतनी होगी।

ऐसे बढ़ता है खतरा: मार्च से अप्रैल के बीच का समय आम के बागों के लिए बड़ा नाजुक होता है। इस समय आम के पेड़ों पर फल निकलने लगते हैं, जिन्हें बारिश, कीट और रोगों से बचाना बेहद जरूरी हो जाता है। लाल धारीधार फल बेधक कीट भी इसी समय आम पर अटैक करते हैं। इस कीट के चलते आम के निचले हिस्से में सड़न शुरू हो जाती है। सड़न शुरू होने के साथ-साथ आम के निचले हिस्से में छेद भी बनना शुरू हो जाता है। धीरे-धीरे पेड़ से फल नीचे गिरने लगते हैं। इसके बाद ये फल किसी काम के नहीं होते हैं। इस समस्या के चलते आम की क्वालिटी खराब हो जाती है और दूसरे फलों पर भी इसका प्रभाव दिखाई पड़ता है। पिछले दिनों यूपी और बिहार के कई इलाकों में बेमौसम बारिश के चलते आम की बौर बाग में ही झड़ गई, जिससे बागवानों को भारी नुकसान हुआ हैृ। अब बागों में कीट-रोगों का खतरा मंडरा रहा है। फल बेधक कीट का प्रकोप इसी सीजन में ज्यादा बढ़ने लगता है, इसलिए आम के बागों में निगरानी जारी रखें और समय रहते प्रबंधन कार्य शुरू कर दें।

कैसे करें कीट की पहचान: लाल धारदार फल बेधक कीट का प्रकोप होने पर फल के निचले हिस्से में सुराख हो जाता है। इसके कारण फल से पानी की बूंदे भी गिरने लगती हैं। इस सुराख से कीड़े फल के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। फल से निकला हुआ पानी बाद में उसी पर गोंद की तरह जम जाता है। आम के फल इसके बाद खाने लायक नहीं बचते हैं। फलों को काटने पर रेड बेंडड कैटरपिलर देखे जा सकते हैं। अगर समय रहते इसकी रोकथाम नहीं की गई तो ये पूरे बाग में फैल सकता है जिससे बड़ा नुकसान होगा। 

कैसे करें बचाव? लाल धारदार फल बेधक कीट को रोकने के लिए कांटेक्ट इंसेक्टिसाइड का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहेगा। आम के बाग में अभी से मेलाथियान 50 ईसी दवा की 1.5 मिली मात्रा को प्रति लीटर पानी में घोलकर स्प्रे कर सकते हैं। इसके अलावा डेल्टामथ्रीन 2.8 इसी दवा की 0.5 मिली मात्रा को प्रति लीटर पानी में घोलकर फलों पर छिड़कने से भी लाल धारदार फल बेधक का प्रकोप कम किया जा सकता है।

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