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रूस से रियायती दरों पर खाद आना बंद तो महंगे हो जाएंगे उर्वरक

रूस से रियायती दरों पर खाद आना बंद तो महंगे हो जाएंगे उर्वरक
रूस से रियायती दरों पर खाद आना बंद तो महंगे हो जाएंगे उर्वरक

तो महंगे हो जाएंगे उर्वरक? किसानों के ख़र्चे बढ़ेंगे, रूस से रियायती दरों पर खाद आना बंद किसानों के लिए एक चिंताजनक खबर है। वैश्विकउर्वरक आपूर्ति में समस्या के कारण रूस ने भारत को रियायती दरों पर डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) जैसे उर्वरकों की आपूर्ति बंद कर दी है। इकोनॉमिक टाइम्स ने यह खबर दी है। इससे खाद महंगी होने की संभावना है। इसका बोझ किसानों पर पड़ेगा और उनका खर्च बढ़ जाएगा। 

पिछले साल रूस भारत को उर्वरकों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया। यह सप्लाई रियायती दरों पर की गई थी। हालाँकि, अब रूसी कंपनियाँ बाज़ार मूल्य के अनुसार उर्वरकों की आपूर्ति करने की भूमिका में आ गई हैं। इससे भारत में उर्वरकों की कीमत बढ़ने की आशंका है। जिससे किसानों की लागत बढ़ सकती है। इस बीच, बढ़ती वैश्विक कीमतों के कारण चीन ने भी अपना उर्वरक निर्यात कम कर दिया है।  रूसी कंपनियों द्वारा बाजार मूल्य पर उर्वरकों की आपूर्ति करने के फैसले से भारत की आयात लागत बढ़ सकती है। इसलिए, जैसे-जैसे वैश्विक कीमतें बढ़ेंगी, सब्सिडी का बोझ भी बढ़ सकता है। वैश्विक बाजार में उर्वरकों की कीमतें बढ़ने के कारण चीन ने भी विदेशों में उर्वरकों की बिक्री कम करने का फैसला किया है। उर्वरक उद्योग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, रूसी कंपनियों से अब उर्वरक रियायती कीमतों पर उपलब्ध नहीं होंगे। वित्त वर्ष 2022-23 में भारत ने रूस से 4.35 टन उर्वरक का आयात किया है। अधिकारी ने बताया कि इस आयात की मात्रा में 246 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

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