भारत सरकार को इस सीजन (जुलाई 2023-जून 2024) में रबी फसलों की अच्छी पैदावार की उम्मीद है और वह कुछ प्रमुख फसलों, विशेषकर गेहूं के बुआई को लेकर राज्यों के संपर्क में है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने ये बात कही। बिजनेस लाइन से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि “हम राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए कह रहे हैं कि गेहूं और अन्य रबी फसलों की बुआई में कोई कमी न हो और किसानों को रोपण कार्य में सभी अपेक्षित मदद मिले। मुझे इस साल रबी की अच्छी फसल होने की पूरी उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सभी राज्यों की स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है, जिसमें कर्नाटक भी शामिल है, जहां सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं है और तमिलनाडु भी शामिल है, जो दो सप्ताह पहले चक्रवात मिचौंग और इस सप्ताह दक्षिणी जिलों में भारी बारिश से प्रभावित हुआ है। प्रमुख शीतकालीन फसल उत्पादक राज्यों ने पहले ही सूचित कर दिया है कि गेहूं के रकबे के बारे में कोई चिंता नहीं है, क्योंकि चालू सीजन के दौरान 307.32 लाख हेक्टेयर (एलएच) के सामान्य क्षेत्र में से 92 प्रतिशत से अधिक में बुआई 15 दिसंबर तक पूरी हो चुकी है। नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है गेहूं का रकबा एक साल पहले के 293.01 लाख हेक्टेयर की तुलना में 284.15 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो 3 प्रतिशत कम है। पिछले साल, गेहूं का कुल क्षेत्रफल 343.23 लाख हेक्टेयर था, जो 2021 से थोड़ा अधिक है। 2023 के दौरान सभी रबी फसलों के तहत बोया गया क्षेत्र 15 दिसंबर तक 567.04 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो सामान्य क्षेत्र का लगभग 90 प्रतिशत है।